Abstractनागालैंड के कोहिमा में राजकीय संग्रहालय को 1970 में एक बहुउद्देशीय संग्रहालय के रूप में स्थापित किया गया था। कोहिमा में राज्य संग्रहालय नागा आदिवासी जीवन के कई पहलुओं को उनके पैतृक हथियार, नक्काशीदार द्वार, स्तंभों, पारंपरिक नागा वेशभूषा, गहने, तेल चित्रों, टेराकोटा, पत्थर की वस्तुओं, धातु की वस्तुओं और प्राकृतिक इतिहास के नमूने को एकत्रित करता है।
संग्रहालयपर्यटकोकोराज्यवदेशकेसमद्धइतिहाससेपरिचितकराताहै,नागाजनजातिभारतकेपूर्वोंतरमेंसूदूरपहाडोंमेंनिवासकरनेवालीआदिमजनजातिहै।प्राचीनप्राप्तअवशेंषोसेनागासंस्कृति, रीतिरिवाज, जीवनशैलीमेंकलास्पष्टरूपसेदिखाईदेतीहै,यहजनजातिप्राचीनकालसेहीपाषाण कला, काष्ठ कला, धातु कला, मृणकला, कंकालकलामेंपूर्णतःनिपूर्णथी,जिसकेप्रमाणआजभीजीवन्तअवस्थामेंजनजातियोंकेमध्यदेखेंजासकतेहै।संग्रहालय मेंविशालपाषाणमूतिर्शिल्प, स्मारकप्रतिकचिन्ह, तोरणद्वार, मोंरग, मोंरगस्तम्भ, मोंरगडिजाईन, मोरंगसज्जाकंकाल, काष्ठमूर्तियाँ, मृणमूर्तियाँ, धातुमूर्तिशिल्प, योद्धातीर, भाले, दाऊ, आभूषण, वेशभूषा, शिकारकोफंसानेहेतुजमीनीवजलीयबांसकेजाल, मछली, मांसवगोंदरखनेंकेलिएबांसकेछोटेकंटेनर, खाद्यानभरनेहेतुलकडीवमिटटीकेबडेपात्र, पेयप्रदार्थहेतुबांस, लकडीवहड्डियोंकेमग, कृषिकार्यहेतुखुदाई, कटाईवसफाईकीविभिन्नसामग्री, अनाजकूटनेकीओखली, आटाचक्की, सजावटीटोकरियाँ,सौन्द्रर्यहेतुबालकंघी, सफाईब्रश, संगीतहेतुविशाललाॅगड्रम, ढोल, छोटेवाद्ययंत्र, सभाहेतुमोरंगमेंबडेतख्तेंइत्यादिनागाइतिहासवसंस्कृतिमेंकलाकिसप्रकारसहचरीरहीबखानकरतेहै।