Vol. 4, Issue 1, Part E (2018)
स्त्री का बदलता स्वरूप
स्त्री का बदलता स्वरूप
Author(s)
डाॅ. सुमन मक्कड़
Abstractभूमंडलीकरण समाज में स्त्री नए सिरे से अपने जीवन का मुहावरा करने को आतुर है। स्त्री को तलाश है एक बेहतरीन दुनिया की जहां वह अपने भीतर से पैदा ऊर्जा को नया क्षितिज दिला सके। जहां स्त्री-पुरूष के समान अधिकारों से लैस रूप मनुष्यवादी व्यवस्था कायम रख सके।
How to cite this article:
डाॅ. सुमन मक्कड़. स्त्री का बदलता स्वरूप. Int J Appl Res 2018;4(1):339-340.