Vol. 7, Issue 6, Part F (2021)
सूचना तकनीक, आधुनिकीकरण की प्रक्रिया एवं शिक्षित महिलाओं की भूमिका
सूचना तकनीक, आधुनिकीकरण की प्रक्रिया एवं शिक्षित महिलाओं की भूमिका
Author(s)
रूपम कुमारी
Abstract
आधुनिकता के इस दौर में श्रम प्रतिभा का कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है। जहाँ महिलाओं ने अपनी भूमिका से यह सिद्ध न कर दिया हो कि बुद्धि क्षमता तथा कर्तव्यनिष्ठा में वे पुरूषों से कम नहीं है। चाहे साहित्यिक हो या तकनीकी, आर्थिक हो या सामाजिक वैज्ञानिक हो या व्यवसायिक, सांस्कृतिक हो या राजनीतिक। शिक्षा, सामाजिक कार्य, डॉक्टरी तथा नर्सिंग इन चार प्रमुख व्यवसायों में महिलाओं का अनुपात अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा अधिक है। दफ्तर, व्यवसाय, मिल, कारखानों उद्योग आदि किसी क्षेत्र में भी वे मामूली पदों से लेकर उच्चतम पदों तक पर आसीन है। महिलाओं ने नगण्यता की स्थिति से अपने को निकाल कर वर्तमान स्थिति तक पहचाया है। संवैधानिक अथवा कानूनी परिभाषा के शोषित वर्ग की तरह उन्हें किसी भी प्रकार का संरक्षण अथवा सुविधा प्राप्त नहीं हुई। सदियों से पारिवारिक संरक्षण एवं बंधन जकड़ी नारियॉ कौटुम्बिक दायित्व के घेरे से निकलकर अपने आपको वर्तमान सामाजिक, आर्थिक ढॉंचे का महत्वपूर्ण अंग बना ली है। आधुनिक युग में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युगान्तकारी परिवर्तन हुए हैं, जिसके चलते समाजिक और आर्थिक जीवन में अनेक परिवर्तन हुए हैं और यह परिवर्तन निरन्तर रूप से विश्व स्तर पर आज भी चल रहा हैं। इसी परिवर्तन को अभिव्यक्त करने के लिए समाजशास्त्रियों ने आधुनिकीकरण जैसी अवधारणा का प्रतिपादन किया है। आधुनिकीकरण के बहुत सारे आयाम हैं इसे कई स्तरों पर देखा जा सकता हैं। जैसे- व्यक्ति, समूह एंव समाज के रूप में। आधुनिकता से संबंध एक खास तरह के अनुभव एक विशेष प्रकार की संस्कृति से है। जिसमें सामाजिक आर्थिक सामाजिक और राजनैतिक गठबन्धन होता है जो इसे एक अलग पहचान देता है। आधुनिकता में लचीलापन होता है और यह हमेशा नए अविष्कारों में जुटी रहती है। आधुनिकता का पॉप कल्चर जादुई होता है इसे खान-पान, रहन-सहन, वेशभूषा सभी क्षेत्रों में देखा जा सकता है।
How to cite this article:
रूपम कुमारी. सूचना तकनीक, आधुनिकीकरण की प्रक्रिया एवं शिक्षित महिलाओं की भूमिका. Int J Appl Res 2021;7(6):416-420.