Vol. 7, Issue 11, Part B (2021)
बिहार के दरभंगा जिला के शैक्षणीक विकास में आंगनवाड़ी केन्द्रों की भूमिका का अध्ययन
बिहार के दरभंगा जिला के शैक्षणीक विकास में आंगनवाड़ी केन्द्रों की भूमिका का अध्ययन
Author(s)
MD Nezamuddin and Dr. M Hassan
Abstractशिक्षा के क्षेत्र में सर्वांगीण एवं सतत विकास किसी भी विकसीत या विकासशील क्षेत्र की समृधि का आधार है। अन्य सभी राज्यों के तुलना मे बिहार राज्य के शैक्षणिक विकास मे गुणात्मक वृद्धि हुई है। बिहार के कुल 38 (अड्तीस) जिलो में से एक जिला जो उत्तर बिहार के क्षेत्र में स्थित है, वह क्षेत्र है, दरभंगा जिला जिसे 1 जनवरी 1875 में तिरहुत से अलग करके बनाया गया। इसके उत्तर मे मधुबनी जिला, दक्षिण में समस्तीपुर, पूरब मे सहरसा जिला तथा पश्चिम में सितामढ़ी एवं मुजफ्फरपुर जिला है। दरभंगा को मिथिला राज्य की राजस्थानी भी कहा जाता है तथा यह जिला अपनी प्राचीन संस्कृति और वैदिक परंम्परा के लिए विरासत रहा है। वर्तमान में यह तीन अंनुमंडलो एवं अठारह (18) प्रखंडो/अंचलो में बांटा हुआ है।वर्तमान में दरभंगा जिले के तेईस (23) पंचायतो मे कुल 287 अंगनबाड़ी केन्द्र विभाग की ओर से संचालीत की जा रही है।
आंगनबाड़ी भारत सरकार की एक योजना है, जिसके अंतर्गत 0-6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चो के पोषण शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थति में सुधार, बच्चा एवं माताओं की प्रारंभीक देखभाल किया जाता है। इस योजना को भारत-सरकार के द्वारा 2 अक्टूबर 1975 में लाया गया था। इस योजना का 90 फिसदी केन्द्रसरकार और 10 फीसदी राज्य सरकार वहन करती है। दरभंगा जिले में शैक्षणिक विकास के आंगनबाड़ी केन्द्रों की मुख्य भूमिका है, क्योंकि शिक्षा के साथ प्रारंभीक पोषण, देखभाल, बच्चों एवं उनकी माताओं के लिए जरूरी, स्वास्थ्य संबंधी जानकारीयाँ आंगनबाड़ी का मुख्य उद्देश्य है। शिक्षा के क्षेत्र में अनेको सुखात्मक एवं गुणवत्तापूर्ण संस्थागत कार्यप्रणाली व्यवस्था दरभंगा जिल को एक अलग विकास श्रेणी मे ला कर रख देता है। वर्तमान समय की विकास दर, बिना शैक्षणिक विकास में आगनबाड़ी की कार्यप्रणाली एवं प्रबंधन के महज एक परिकल्पना होती। शिक्षण एवं प्रशिक्षण के क्षेत्र में आंगनबाड़ी की अत्यंत सराहनीय एवं विश्लेषणात्मक है।
How to cite this article:
MD Nezamuddin, Dr. M Hassan. बिहार के दरभंगा जिला के शैक्षणीक विकास में आंगनवाड़ी केन्द्रों की भूमिका का अध्ययन. Int J Appl Res 2021;7(11):126-129.