Vol. 9, Issue 7, Part A (2023)
रीवा संभाग में हाई स्कूल स्तर पर अध्ययनरत छात्र व छात्राओं के सामाजिक व्यवहार का उनके शैक्षणिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव का तुलनात्मक अध्ययन
रीवा संभाग में हाई स्कूल स्तर पर अध्ययनरत छात्र व छात्राओं के सामाजिक व्यवहार का उनके शैक्षणिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव का तुलनात्मक अध्ययन
Author(s)
डॉ. मनीष कुमार त्रिपाठी
Abstractपूर्व बाल्यावस्था में सामाजिक व्यवहार के कुछ रूप तो शैशवास्था में सीखे गए व्यवहार के अवशेष होते हैं परन्तु वे व्यवहार, जो सफल समायोजन के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण होते हैं, इसी समय प्रकट होते हैं, और विकसित होने लगते हैं। बाल्यावस्था के आरंभिक वर्षों में वे इतनी अच्छी तरह तो विकसित नहीं होते हैं तथापि या समय इन व्यवहारों के विकास का निर्णायक काल होता है, क्योंकि इस काल में आधारभूत सामाजिक व्यवहारों के रूप निर्धारित होते हैं। प्रस्तुत अध्ययन में न्यादर्श चयन में सम्भाव्य न्यादर्श विधि का प्रयोग किया गया है। इसके लिए कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों द्वारा आंकड़ों का संग्रहण किया गया है। आंकड़ों के विश्लेषण के लिए मध्यमान, प्रमाणिक विचलन तथा ‘टी’ मूल्य का उपयोग किया गया है। परिणाम से स्पष्ट होता है कि रीवा संभाग के हाई स्कूल स्तर पर अध्ययनरत छात्र व छात्राओं के सामाजिक व्यवहार का उनके शैक्षणिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव में कोई सार्थक अन्तर नहीं है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के हाई स्कूल स्तर पर अध्ययनरत विद्यार्थियों के सामाजिक व्यवहार का उनके शैक्षणिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव में सार्थक अन्तर है।
How to cite this article:
डॉ. मनीष कुमार त्रिपाठी. रीवा संभाग में हाई स्कूल स्तर पर अध्ययनरत छात्र व छात्राओं के सामाजिक व्यवहार का उनके शैक्षणिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव का तुलनात्मक अध्ययन. Int J Appl Res 2023;9(7):29-32.