Vol. 7, Issue 8, Part F (2021)
आधुनिक हिन्दी काव्यों में ज्योतिषीय प्रयोग एवं काव्यात्मक उपादेयता
आधुनिक हिन्दी काव्यों में ज्योतिषीय प्रयोग एवं काव्यात्मक उपादेयता
Author(s)
डॉ. हरिशंकर प्रजापति
Abstractपूर्ववर्ती कवियों की भाँति हिन्दी के आधुनिक काल के कवियों ने भी ज्योतिषीय प्रयोगों की परम्परा का समुचित निर्वाह किया है । उन्होंने सिद्धान्त, होरा और संहिता ज्योतिष के तीनों अंगों से सम्बन्धित विभिन्न ज्योतिषीय प्रयोग अपनी रचनाओं में किये हैं और यह प्रयोग कहीं आलंकारिक चमत्कार की दृष्टि से तो कहीं भाव सौन्दर्य सम्वर्द्धन की दृष्टि से और कहीं भावी घटनाओं के पूर्व आभासा के रूप में काव्यात्मक दृष्टि से अत्यन्त उपयोगी बन पड़े है ।
How to cite this article:
डॉ. हरिशंकर प्रजापति. आधुनिक हिन्दी काव्यों में ज्योतिषीय प्रयोग एवं काव्यात्मक उपादेयता. Int J Appl Res 2021;7(8):472-476.