Vol. 2, Issue 8, Part B (2016)
गरदड़ा (बून्दी, राजस्थान) क्षेत्र के शैल-चित्र
गरदड़ा (बून्दी, राजस्थान) क्षेत्र के शैल-चित्र
Author(s)
डॉ. अरविन्द मैन्दोला
Abstract
रूप और अभिव्यक्ति दोनों ही कला के समान सर्वव्यापी हैं। प्रागैतिहासिक काल से आधुनिक काल की समकालीन कला इसी विकास क्रम को दर्षाती हैं। राजस्थान के बून्दी जिले से 70 किलोमीटर दूर गरड़दा के शैल-चित्र आदिम अवस्था की मूल सृजन प्रवृत्ति का परिणाम हैं। यहाँ के चित्र पाषाण कालीन युग का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन चित्रों से तात्कालीन मानव की अतः चेतना का ज्ञान होता है साथ ही इसकी संघर्षपूर्ण जीवन तथा विषमतम परिस्थियों में व्यक्त होने वाली मौलिक अभिव्यक्ति एवं सौन्दर्य-बोध का भी प्रमाण मिलता हैं। गरड़दा क्षेत्र के चित्रों से उसकी चेतना में निहीत सृजनषीलता, मौलिकता और सौन्दर्य बोध का भी ज्ञान मिलता हैं।
How to cite this article:
डॉ. अरविन्द मैन्दोला. गरदड़ा (बून्दी, राजस्थान) क्षेत्र के शैल-चित्र. Int J Appl Res 2016;2(8):126-127.