Vol. 2, Issue 11, Part G (2016)
जनपद पिथौरागढ़ के विकासखण्ड गंगोलीहाट के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत् बालक-बालिकाओं में प्रवाह आरेखण का लिंग के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन करना।
जनपद पिथौरागढ़ के विकासखण्ड गंगोलीहाट के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत् बालक-बालिकाओं में प्रवाह आरेखण का लिंग के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन करना।
Author(s)
डाॅ0 डिगर सिंह फस्र्वाण और बबीता रानी वासन
Abstract
प्रस्तुत अध्ययन में जनपद पिथौरागढ़ के विकासखण्ड गंगोलीहाट के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत् बालक-बालिकाओं में प्रवाह आरेखण का लिंग के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। जनपद पिथौरागढ़ के विकासखण्ड गंगोलीहाट के प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत् कुल विद्यार्थियों का अध्ययन हेतु चयन किया गया है। विद्यालयों में प्रवाह आरेखण का अर्थ बालक-बालिका का अनुत्तीर्ण होने या अन्य कारणों से एक कक्षा में एक वर्ष से अधिक अध्ययन करने से होता है। जिस कारण बालक-बालिकाएं निर्धारित समय में प्राथमिक शिक्षा चक्र को पार नही कर पाते है। जिससे शिक्षा में अपव्यय एवं अवरोधन जैसी समस्याओं में वृद्धि होने लगती है। तुलनात्मक अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत् बालक-बालिकाओं में प्रवाह आरेखण में लिंग के आधार पर कोई सार्थक अन्तर नहीं होता है। शिक्षा के सार्वभौमीकरण को दृष्टिगत् रखते हुए सरकार तथा शिक्षा विभाग द्वारा निरन्तर बुनियादी तथा प्राथमिक शिक्षा तक सबकी पहुॅच तथा गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने की पहल की जा रही है जिससे बच्चों के भविष्य का ठोस आधार विकसित हो सके। परन्तु कई कारणों से जैसे माता-पिता की निरक्षरता, बेरोजगारी, आर्थिक तंगी, विषम भौगोलिक परिस्थितियाॅ तथा समुचित व्यवस्थाओं का अभाव होने से आज भी बुनियादी शिक्षा में प्रवाह आरेखण जैसी समस्यायें व्याप्त है जिनके समाधान किये बिना गुणवत्तापरक बुनियादी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र तथा समाज के भविष्य का ठोस आधार विकसित करना संभव नहीं है।
How to cite this article:
डाॅ0 डिगर सिंह फस्र्वाण और बबीता रानी वासन. जनपद पिथौरागढ़ के विकासखण्ड गंगोलीहाट के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत् बालक-बालिकाओं में प्रवाह आरेखण का लिंग के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन करना।. Int J Appl Res 2016;2(11):481-485.