Vol. 4, Issue 12, Part F (2018)
छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का अध्ययन
छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का अध्ययन
Author(s)
डाॅ. दुर्गेश कुमार सिंह
Abstract
मानव की उत्पत्ति और उसके विकास का प्राथमिक आधार स्वास्थ्य है। स्वस्थ व्यक्ति स्वस्थ समाज का निर्माण करता है। स्वस्थ समाज अपने विकास के लिए परिवेशात्मक दशाओं से निरंतर अंतक्रिया करता रहता है। स्वास्थ्य एवं आरोग्यता प्रत्येक व्यक्ति के अलग-अलग स्वास्थ्य सम्बन्धी शारीरिक दशाओं पर भी निर्भर करता है। व्यक्तियों के स्वास्थ्य निर्धारण की प्रक्रिया उनकी प्रजाति द्वारा न होकर उनके जीवन की दशाओं द्वारा होती है। व्यक्तिगत स्वच्छता का प्रभाव व्यक्ति के ऊपर पड़ता है। व्यक्ति की शारीरिक एवं मानसिक स्थितियां उनके स्वस्थ शरीर से अंर्तसंबंधित है। प्रस्तुत अध्ययन छत्तीसगढ़ के आदिवासी जनजाति में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पर आधारित है, जिसमें इस जनजाति के दैनिक जीवन तथा उनके रहन-सहन भौगोलिक परिवेश और स्वास्थ्य समस्याओं का मूल्यांकन कर ज्ञात आकड़ों से यह निष्कर्ष निकाला गया कि इस आदिवासी जनजाति में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता में कमी अशिक्षा, अज्ञानता एवं निर्धनता का प्रतिफल है।
How to cite this article:
डाॅ. दुर्गेश कुमार सिंह. छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का अध्ययन. Int J Appl Res 2018;4(12):391-394.