Vol. 3, Issue 7, Part R (2017)
भारत में किशोरों की आत्महत्या वृद्धि में मनोवैज्ञानिक कारको का दुष्प्रभाव: एक अध्ययन
भारत में किशोरों की आत्महत्या वृद्धि में मनोवैज्ञानिक कारको का दुष्प्रभाव: एक अध्ययन
Author(s)
Sangita Kumari and Kumari Richa
Abstract
यह शोध मनोचिकित्सकों और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए भारत तथा विश्व में घटित किशोर बालक बालिकाओं की बढ़ती आत्महत्याओं में वृद्धि की वर्तमान समझ की समीक्षा करता है । ताकि उन्हें इस दर्दनाक समस्या को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिल सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन और राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा जारी आत्महत्याओं के आंकड़ों के अध्ययन एवम् पूर्व अवधारणाओं (सिद्धांतो) का गहनता से अध्ययन करने पर पाया गया है कि किशोर एवम् किशोरियों में, उम्मीदों के समाप्त होने अथवा आशाहीन (Depressed) हो जाने के फलस्वरूप उत्पंन्न दर्द, तनाव और अवसाद की चरम सीमा का परिणाम है ।
How to cite this article:
Sangita Kumari, Kumari Richa. भारत में किशोरों की आत्महत्या वृद्धि में मनोवैज्ञानिक कारको का दुष्प्रभाव: एक अध्ययन. Int J Appl Res 2017;3(7):1305-1307.