Vol. 3, Issue 6, Part Q (2017)
चंपारण सत्याग्रह में गांधीजी की भूमिका का ऐतिहासिक विश्लेषण (मोतिहारी सबडिविजन के सन्दर्भ में)
चंपारण सत्याग्रह में गांधीजी की भूमिका का ऐतिहासिक विश्लेषण (मोतिहारी सबडिविजन के सन्दर्भ में)
Author(s)
Vandana Kumari
Abstract
इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य चंपारण सत्याग्रह के त्रिस्तरीय आयामों की समीक्षा करना है। चंपारण सत्याग्रह के तीन स्तरीय (चंपारण, महात्मा गांधी, मोतिहारी) आयाम जिनके आधार पर बिहार राज्य से उपजा निलह कृषकों का आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता के ऐतिहासिक काल में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह समीक्षा चंपारण सत्याग्रह के संदर्भ में इतिहासकारों की समझ को नया दृष्टिकोण प्रदान करने में बेहद कारगर सिद्ध होगा। इस अध्ययन में मोतिहारी सबडिविजन के क्षेत्रीय प्रयासों तथा चंपारण सत्याग्रह के मुख्य नेता महात्मा गांधी के मध्य अंतर्संबंध को प्रदर्शित किया गया है। स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख आंदोलनों में चंपारण का सत्याग्रह आंदोलन, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की रीढ़ बनकर उभरा जिसका शुभारंभ गांधी जी के चंपारण आगमन की तिथि 15 अप्रैल 1917 को माना जा सकता है।
How to cite this article:
Vandana Kumari. चंपारण सत्याग्रह में गांधीजी की भूमिका का ऐतिहासिक विश्लेषण (मोतिहारी सबडिविजन के सन्दर्भ में). Int J Appl Res 2017;3(6):1236-1239.