Vol. 2, Issue 5, Part P (2016)
नेहरू जी के जीवन पर गांधीवाद के प्रभावों का अध्ययन
नेहरू जी के जीवन पर गांधीवाद के प्रभावों का अध्ययन
Author(s)
डाॅ॰ जितेन्द्र प्रसाद
Abstract
गांधी जी के समाज सुधार योजना नेहरू जी के मन में अति अच्छा लगा। उन्होंने इस बात को सोचा कि जब तक अछूतों को विकसित करके स्वतंत्रता संग्राम में उन्हें भाग लेने के लिए प्रेरित नहीं किया जायेगा तब तक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सफलता नही मिलेगी क्योंकि भारत में अछूतों की संख्या विस्तृत तादाद में थी। स्वतंत्रता संग्राम के समय यह देखा गया कि भारतीय समाज में बाल-विवाह की प्रथा एक बुराई के रूप विद्यमान है। गांधी जी के निर्देश पर कांग्रेस ने इसे भी समाप्त करने का मन बनाया। इसके लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गाँव-गाँव में घूमकर यह चेतना जागृत करना प्रारम्भ किया कि लड़कियों का कम उम्र में विवाह नही करना चाहिए। इस अभियान में नेहरू जी भी सम्मिलित हुए और इलाहाबाद के विभिन्न क्षेत्रों में घूम-घूमकर विकसित किया। उन्होंने अन्तर्जातीय विवाह का भी परामर्श दिया और उस समय पूरे राष्ट्र में हजारों कांग्रेस के सदस्यों ने अन्तर्जातीय विवाह भी किया तथा बाल-विवाह की प्रथा का समाप्त करने में जोरदार भूमिका निभायी। नेहरू जी भी इस सामाजिक सुधार कार्यक्रम में गांधी जी की प्रेरणा से तत्पर होकर भाग लेते रहे।
How to cite this article:
डाॅ॰ जितेन्द्र प्रसाद. नेहरू जी के जीवन पर गांधीवाद के प्रभावों का अध्ययन. Int J Appl Res 2016;2(5):1130-1133.