Vol. 6, Issue 5, Part A (2020)
भारत-अमेरिका संबंधों की गुटनिरपेक्ष आन्दोलन में भूमिका - एक समीक्षात्म्क अवलोकन
भारत-अमेरिका संबंधों की गुटनिरपेक्ष आन्दोलन में भूमिका - एक समीक्षात्म्क अवलोकन
Author(s)
भरत कुमार
Abstractभारत और अमेरिका विश्व के दो विशाल लोकतांत्रिक देश है। दोनों देशों को मानवीय स्वतन्त्रता, विश्व शान्ति, मानवीय अधिकारों व अन्तर्राष्ट्रीय व्यवस्था के पोषक के रूप में देखा जाता है। इस बुनियादी समानताओं के बावजूद उनके बीच समय समय पर ऐसे अनेक तनाव के बिन्दु उभरे जिस कारण उनमें पूर्व में घनिष्ठ मैत्री सम्बन्धों की स्थापना का मार्ग कभी प्रशस्त नहीं हो पाया। दोनों के पारस्परिक सम्बन्ध काफी उतार चढ़ाव के रहें है।
भारत अमेरिका सम्बन्धों को दो मौलिक परन्तु विरोधी प्रेरणा श्रोंतों की गत्यात्मक अन्तःक्रिया के सन्दर्भ में समझना चाहिये। एक ओर तो भारत की अन्र्तराष्ट्रीय राजनीति में सशक्त अभिकत्र्ता के रूप में उदित होने की सतत् महत्वाकांक्षा है। जबकि उसके लायक सामथ्र्य उसमें नहीं है और दूसरी ओर अमेरिका को अपनी सुरक्षा और शक्ति प्रसार के लिये दूसरे राष्ट्रों का उपयोग करने का लक्ष्य रहा है। भारत - अमेरिकी पारस्परिक सम्बन्धों को समझने की कुन्जी इसी से मिलेगी, न कि उस व्यक्तिगत सहानुभूति या आक्रोश में जो भारत के प्रति अमेरिकी नेता विशेष के ह्नदय में अथवा किसी राजदूत के व्यक्तिगत विचार में।
How to cite this article:
भरत कुमार. भारत-अमेरिका संबंधों की गुटनिरपेक्ष आन्दोलन में भूमिका - एक समीक्षात्म्क अवलोकन. Int J Appl Res 2020;6(5):43-46.