Vol. 2, Issue 6, Part P (2016)
विशेष आवश्यकता वाले विकलांग बालकों के विकास में माता-पिता, शिक्षक, समाज और सरकार की भूमिका
विशेष आवश्यकता वाले विकलांग बालकों के विकास में माता-पिता, शिक्षक, समाज और सरकार की भूमिका
Author(s)
गायत्री कुमारी
Abstract
बच्चे ईश्वर का वरदान होते हैं। उनके जन्म पर परिवार और समाज खुशियाँ मनाता है तथा उसे अपने जीवन का सहारा मानते हैं परन्तु कभी-कभी इन्हीं बालकों में से कुछ बालकों का विकास असामान्य रूप से होता है। जिस कारण वे अपनी स्वयं की आवश्यकता भी पूरी नहीं कर पाते हैं। ऐसे में वे दूसरे पर निर्भर हो जाते है। ये परिवार तथा समाज पर बोझ स्वरूप मान लिये जाते है परन्तु क्या समाज का ये नजरिया सही है जिसे ईश्वर ने ही शारीरिक, मानसिक या सांवेगिक रूप से अपूर्ण बनाया उसके साथ समाज भी भेदभावपूर्ण व्यवहार करें ? प्रस्तुत लेख में ऐसे हीं विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के विकास और समायोजन में माता पिता, शिक्षक, समाज और सरकार के प्रयासों की चर्चा करेंगे।
How to cite this article:
गायत्री कुमारी. विशेष आवश्यकता वाले विकलांग बालकों के विकास में माता-पिता, शिक्षक, समाज और सरकार की भूमिका. Int J Appl Res 2016;2(6):1061-1063.