Vol. 6, Issue 1, Part D (2020)
कोविड-19: पोषण, योग और आयुर्वेद
कोविड-19: पोषण, योग और आयुर्वेद
Author(s)
डाॅ. सुभद्रा साहा
Abstractकोविड-19 का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर 2019 से चीन के बुहान शहर से शुरू हुआ। डब्लू.एच.ओ. के मुताबिक बुखार, खाँसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बन पाया है।
अबतक हुए परीक्षणों से यह सिद्ध हो गया है कि कोविड-19 एक विश्वव्यापी महामारी है, जो संक्रमण के कारण फैलता है और संक्रमित व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को घटा देता है। अतः इस भीषण संक्रामक रोग से बचाव का सबसे उपयुक्त और सरल उपाय है कि स्वच्छता के सभी मापदण्डों को अपनाया जाये, अपने शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को अधिक-से-अधिक बढ़ाया जाये और एक स्वस्थ जीवन शैली अपनायी जाये। रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग और आयुर्वेद में कई उपाय बताए गए हैं। निर्देशित कुछ आसन और प्राणायाम को दैनंदिनी में शामिल करते हुए पोषण स्वरूप कुछ रसायन वनस्पति का उपयोग कोविड-19 से बचने का सर्वोत्तम उपाय है। अतएव सी.डी.सी. भी व्यक्तिगत सवच्छता, एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने और आहार में प्रतिरक्षा में सुधार करने की सिफारिश करता है।
How to cite this article:
डाॅ. सुभद्रा साहा. कोविड-19: पोषण, योग और आयुर्वेद. Int J Appl Res 2020;6(1):283-285.