Vol. 3, Issue 1, Part L (2017)
पूर्णियाँ जिला ग्रामीण महिलाओं के विकास में सरकारी योजनाओं की भूमिका: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन
पूर्णियाँ जिला ग्रामीण महिलाओं के विकास में सरकारी योजनाओं की भूमिका: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन
Author(s)
अनामिका कुमारी
Abstract
किसी भी देश के विकास का आंकलन उस देश की जनता के जीवन स्तर से किया जाता है। सामान्यतः जनता के जीवन स्तर में समाज के कमजोर वर्ग और महिलाओं के जीवन स्तर के मानक विशेष रूप से उल्लेखनीय है। लगभग सभी विकासशील देशों में महिलाएँ समाज का कमजोर हिस्सा है और प्रयासों के बावजूद उनकी स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। हमारे अपने भारतीय प्रसंग में जवाहरलाल नेहरू की मान्यता थी कि महिलाओं की स्थिति ही देश के वास्तविक स्वरूप का परिचायक है। डॉ. बी.एम. शर्मा (1999) का कहना है मानव सभ्यता के ऊषाकाल से ही मानव समाज के निर्माण एवं विकास में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, अथवा यूं कहे कि समाज के निर्माण एवं विकास को सजाने एवं संवारने में पुरूषों की अपेक्षा महिलाओं की भूमिका अधिक रही है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। वास्तविकता यह है कि कोई भी समाज महिला वर्ग की भूमिका एवं महता को नजरअंदाज कर विकास की दौड़ में आगे नहीं आ सकता।
How to cite this article:
अनामिका कुमारी. पूर्णियाँ जिला ग्रामीण महिलाओं के विकास में सरकारी योजनाओं की भूमिका: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन. Int J Appl Res 2017;3(1):980-983.