Vol. 7, Issue 5, Part F (2021)
रीवा जिले के माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की सामाजिक स्थिति का विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव का तुलनात्मक अध्ययन
रीवा जिले के माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की सामाजिक स्थिति का विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव का तुलनात्मक अध्ययन
Author(s)
रविभूषण तिवारी एवं डाॅ. पी. एन. मिश्र
Abstract
प्रस्तुत शोध पत्र रीवा जिले के माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की सामाजिक स्थिति का विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव का तुलनात्मक अध्ययन पर आधारित है। शोधकार्य में समष्टि के रूप में रीवा जिले के समस्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकांे तथा विद्यार्थियों की कुल संख्या होगी। चूंकि समस्त समष्टि पर शोध कार्य करना असंभव नही, पर कठिन है इसलिए शोधार्थी ने समष्टि से उचित इकाईयों का चयन हेतु संभाव्य - आदर्श की यादृच्छिक विधि की लाटरी विधि का प्रयोग करके 360 शिक्षक-शिक्षिकाओं तथा 1800 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। शिक्षा के स्वरूप में माध्यमिक शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है। माध्यमिक शिक्षा समूची शिक्षा प्रणाली की रीढ़ की हड्डी के समान है। माध्यमिक शिक्षा राष्ट्र के सामाजिक जीवन पर विशेष प्रभाव डालती है। यह शिक्षा उन नवयुवकों को शिक्षित करती है जो देश के समाजिक निर्माण में प्रभावशाली हो सके। ऐसी स्थिति में माध्यमिक स्तर के शिक्षकों की भूमिका के निर्वाह की अनिवार्यता स्वतः ही सुस्पष्ट हो जाती है। शिक्षकों की भूमिका निर्वाह प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से उनके अध्यापन का छात्रों के शैक्षिक उपलब्घि पर प्रभाव पड़ता है। शोध क्षेत्र के माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की सामाजिक स्थिति का छात्र एवं छात्राओं की शैक्षिक उपलब्धि में कोई सार्थक अन्तर नहीं है।
How to cite this article:
रविभूषण तिवारी एवं डाॅ. पी. एन. मिश्र. रीवा जिले के माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की सामाजिक स्थिति का विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव का तुलनात्मक अध्ययन. Int J Appl Res 2021;7(5):370-373.