Vol. 7, Issue 8, Part E (2021)
पृथ्वी से मानव का मिटता ‘अस्तित्व'
पृथ्वी से मानव का मिटता ‘अस्तित्व'
Author(s)
डॉ. पद्म लोचन पटेल
Abstract
वातावरण का सर्वाधिक प्रभावकारी एवं महत्वपूर्ण कारक मनुष्य का अस्तित्व आज उसके स्वयं के अनियंत्रित और भोग-विलास युक्त जीवन शैली के परिणाम स्वरुप संकट में है। जिसको समयानुकुल नियंत्रित कर पारिस्थितिकी के साथ सामंजस्य स्थापित करना आवयष्क हो जाता है। सामंजस्य के अभाव में दीर्घकाल में प्रजातिगत समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अस्तु यह शोध वर्तमान परिस्थिति में आवश्यक है।
How to cite this article:
डॉ. पद्म लोचन पटेल. पृथ्वी से मानव का मिटता ‘अस्तित्व'. Int J Appl Res 2021;7(8):350-352.