Vol. 7, Issue 9, Part B (2021)
जौनपुर जिले के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों की अध्यापनशीलता के प्रति अभिवृत्ति का एक अध्ययन
जौनपुर जिले के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों की अध्यापनशीलता के प्रति अभिवृत्ति का एक अध्ययन
Author(s)
Sandeep Kumar Yadav
Abstract
शिक्षक समाज का दर्पण होता है तथा इस दर्पण को निखारने के लिए शिक्षा रूपी औषधि का प्रयोग आवश्यक होता है जिससे माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्रणाली की अहम भूमिका होती है माध्यमिक शिक्षा का शिक्षा के स्वरूप में महत्वपूर्ण स्थान होता है यह रीड की हड्डी के समान होती है। प्राथमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा के बीच में होते हुए भी इसके बिना समाज पंगु होता है। इसके माध्यम से देश के सामाजिक निर्माण तथा आर्थिक विकास में प्रभावशाली परिवर्तन होता है। अध्यापकों की भूमिका प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से उनके अध्यापन के प्रति अभिवृत्ति पर निर्भर करती है। शोधार्थी द्वारा प्रस्तुत शोध पत्र में जौनपुर जिले के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों की अध्यापनशीलता के प्रति अभिवृत्ति का एक अध्ययन है, जो प्राथमिक स्रोत पर आधारित है। इसमें सर्वेक्षण विधि का प्रयोग किया गया है। शिक्षण अभिवृत्ति के लिए डॉ. एस .पी. अहलूवालिया द्वारा निर्मित अध्यापक अभिवृत्ति परिसूची प्रश्नावली का प्रयोग किया गया है। शोध में माध्यमिक स्तर के सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालय के 100 अध्यापकों को प्रतिदर्श के रूप में चयनित किया गया है।
How to cite this article:
Sandeep Kumar Yadav. जौनपुर जिले के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों की अध्यापनशीलता के प्रति अभिवृत्ति का एक अध्ययन. Int J Appl Res 2021;7(9):96-100.