Vol. 8, Issue 1, Part E (2022)
रीवा जिला: पुरुष-प्रधान रूढ़िवद्ध व्यवसायों में महिला उद्यमियों के समक्ष चुनौतियाँ
रीवा जिला: पुरुष-प्रधान रूढ़िवद्ध व्यवसायों में महिला उद्यमियों के समक्ष चुनौतियाँ
Author(s)
डॉ. शान्ती पटेल
Abstract
प्रस्तुत शोध पत्र रीवा जिलाः पुरुष-प्रधान रूढ़िवद्ध व्यवसायों में महिला उद्यमियों के समक्ष चुनौतियाँ पर आधारित है। शोध क्षेत्र मंे वस्तुस्थिति ज्ञात करने के लिए 90 महिला उद्यामियांे को सम्मिलित किया गया है। रीवा जिले के प्रत्येक विकासखण्ड से 10-10 महिला उद्यमियों से साक्षात्कार के माध्यम से वस्तुस्थिति ज्ञात की गयी है। महिला सशक्तीकरण हेतु किये गए तमाम प्रयासों के बाद भी, महिलाओं को जीवन एवं कार्य के सभी क्षेत्रों में निर्विवाद रूप से संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है और अभी भी पितृसत्ता खत्म नहीं हो सकी है। अधिकांश महिला उद्यमियों की राय है कि प्रशिक्षण की कमी के कारण वे बाज़ार में प्रतिस्पर्द्धा नहीं कर पाती हैं। सरकार को नई उत्पादन तकनीकों, बिक्री तकनीकों आदि के लिये लगातार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना चाहिये और इसे महिला उद्यमियों के लिये अनिवार्य बनाना चाहिये। शोध क्षेत्र के 66.67 प्रतिशत रूढ़िवादिता, 72.22 प्रतिशत मस्तिष्क क्षमता का आंकलन, 77.78 प्रतिशत पितृसत्तात्मक और पारिवारिक बाधाए व 81.11 प्रतिशत फंड से संबंधित बाधाएँ और 78.89 प्रतिशत महिला सलाहकारों की कमी का सामना करना पड़ता है। प्रशिक्षण की कमी के कारण शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की महिला उद्यमियों का बाज़ार प्रतिस्पर्द्धा में सार्थक अंतर पाया जाता है।
How to cite this article:
डॉ. शान्ती पटेल. रीवा जिला: पुरुष-प्रधान रूढ़िवद्ध व्यवसायों में महिला उद्यमियों के समक्ष चुनौतियाँ. Int J Appl Res 2022;8(1):263-266.