Vol. 7, Issue 6, Part F (2021)
शारीरिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास में बाल विकास की भूमिका
शारीरिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास में बाल विकास की भूमिका
Author(s)
अनिता कुमारी
Abstract
सभी बच्चे विकास के दौरान भाषा बोलना सीख जाते हैं। भारत में रहने वाली बालिका अपने क्षेत्र की कोई भाषाऍं सीखती है और अन्य देशों में रहने वाली बच्ची वहाँ की भाषा। पाँच वर्ष का एक बालक स्कूल जाने लगता है उसी उम्र का दूसरा बालक दूध दोहने तथा खेती-बाड़ी में अपने पिता की मदद करता है और पाँच वर्षीय अन्य बालक सड़कों पर अखबार बेचता है। कुछ कारक जो कि बचपन के अनुभवों को प्रभावित करते हैं वे इस प्रकार हैं- परिवार में सदस्यों की संख्या और आर्थिक स्थिति परिवार तथा समुदाय के रीति-रिवाज, परम्पराएँ उनके नैतिक मूल्य और विश्वास, आवास, जैसे-गाँव शहर या जनजातीय क्षेत्र पहाड़ समतल रेगिस्तान अथवा तटवर्ती इलाका। जिस प्रकार के समाज में हम रहते हैं, वह हमारे बचपन को प्रभावित करता है।
How to cite this article:
अनिता कुमारी. शारीरिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास में बाल विकास की भूमिका. Int J Appl Res 2021;7(6):403-408.