Vol. 8, Issue 5, Part D (2022)
शासकीय व अशासकीय माध्यमिक शिक्षा स्तर के विद्यार्थियों पर योग शिक्षा के प्रभाव का अध्ययन
शासकीय व अशासकीय माध्यमिक शिक्षा स्तर के विद्यार्थियों पर योग शिक्षा के प्रभाव का अध्ययन
Author(s)
डॉ. जय नारायण त्रिपाठी
Abstract
इस शोध पत्र के द्वारा शासकीय व अशासकीय माध्यमिक शिक्षा स्तर के विद्यार्थियों पर योग शिक्षा के प्रभाव का अध्ययन किया गया है। वर्तमान में योग शिक्षा जैसी शिक्षा पद्धति की आवश्यकता है जो उनके मानसिक, शारीरिक, आध्यात्मिक, सामाजिक व नैतिक रूपी सभी पक्षों का विकास करें जबकि हमारी वर्तमान शिक्षा पद्धति केवल एकपक्षीय है जो केवल पुस्तकीय ज्ञान या मानसिक विकास पर बल देती है। शोध क्षेत्र के शासकीय व अशासकीय माध्यमिक शिक्षा स्तर के छात्र व छात्राओं पर शारीरिक, मानसिक व नैतिक विकास पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभावों में सार्थक अन्तर है। शासकीय व अशासकीय माध्यमिक शिक्षा स्तर के विद्यार्थियों पर शारीरिक, मानसिक व नैतिक विकास पर पड़ने वाले प्रभावों में कोई सार्थक अन्तर नहीं है। अतः वर्तमान में योग शिक्षा जैसी शिक्षा पद्धति की आवश्यकता है। जो इन किशोरवय छात्रों को उचित मार्गदर्शन प्रदान कर उनका व्यक्तित्व का सर्वागीण विकास कर सकें। योग शिक्षा के माध्यम से किशोरवय विद्यार्थियों में शारीरिक विकास, मानसिक, नैतिक और आध्यात्मिक संवेगात्मक विकास किया जा सकेगा।
How to cite this article:
डॉ. जय नारायण त्रिपाठी. शासकीय व अशासकीय माध्यमिक शिक्षा स्तर के विद्यार्थियों पर योग शिक्षा के प्रभाव का अध्ययन. Int J Appl Res 2022;8(5):260-263.